ओसामा बिन लादेन: कैसे अमेरिका ने दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादी को पकड़ा?

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ओसामा बिन लादेन की मौत की पूरी कहानी हिंदी में: ओसामा बिन लादेन का नाम आतंकवाद की दुनिया में अद्वितीय था। वह व्यक्ति जिसके नाम से पूरी दुनिया को भय था, जिसने अमेरिका को उसकी अपनी भूमि पर हमला करने का साहस दिखाया। अब सवाल उठता है कि इस आतंकी सरगना को पकड़ने के लिए अमेरिका ने कैसी योजना बनाई और वह योजना सफल कैसे हुई? यह इतिहास न केवल एक सैन्य ओपरेशन का दर्शन प्रदान करता है, बल्कि यह भी बताता है कि कैसे एक समर्थ राष्ट्र ने अपने प्रतिवादियों से सामना करने की प्रतिज्ञा को पूरा किया। ‘ओसामा बिन लादेन की पूरी कहानी’ आपको वह सच्चाई सामने लाती है, जिसने अंतत: इतिहास को एक नई दिशा दी।

ओसामा बिन लादेन की मौत की पूरी कहानी हिंदी में

ओसामा बिन लादेन कौन था

ओसामा बिन लादेन, जिसका जन्म 10 मार्च 1957 को सऊदी अरब में हुआ था, आतंकवाद की दुनिया का वह चेहरा था, जिसे पूरी दुनिया जानती थी। वह एक सऊदी व्यापारी परिवार से थे, जिसकी विशेष संपत्तियां थीं। लेकिन ओसामा ने अपने परिवार और समृद्धि की ओर मुह मोड़ दिया और जिहादी गतिविधियों में शामिल हो गया।

ओसामा बिन लादेन की मौत की पूरी कहानी हिंदी में
ओसामा बिन लादेन की मौत की पूरी कहानी हिंदी में – History.com

आफगानिस्तान के सोवियत संघ के खिलाफ जंग में वह मुजाहिदीनों का समर्थन करने गए थे, और वहाँ उन्होंने अल-कायदा नामक संगठन की स्थापना की। उसके बाद, उसने अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के खिलाफ विभिन्न हमलों की योजना बनाई, जिसमें 2001 के 9/11 हमले भी शामिल हैं।

उसकी विचारधारा और क्रियावली ने उसे पूरी दुनिया में एक बड़े आतंकवादी के रूप में पहचान दिलाई। वह अफगानिस्तान, पाकिस्तान, और अन्य देशों में अपनी गतिविधियों को छुपा कर चलाता रहा, जब तक अमेरिका ने उसे 2011 में पकड़ा और मार दिया। ओसामा की मृत्यु से आतंकवादी संगठनों के लिए एक नई चुनौती उत्थित हो गई, लेकिन उसकी विचारधारा और उसके कार्यों का प्रभाव आज भी विश्व स्तर पर महसूस होता है।

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बिन लादेन के अमेरिका के सबसे शीर्ष वांछित अभियुक्तों में होने का कारण

ओसामा बिन लादेन को अमेरिका द्वारा शीर्ष वांछित अभियुक्त माना जाता था क्योंकि वह विश्व स्तर पर कई उच्च प्रोफ़ाइल आतंकी हमलों के पीछे की सोच था। यहाँ कुछ मुख्य कारण हैं जिनके कारण वह अमेरिका के सबसे शीर्ष वांछित अभियुक्तों में था:

  1. 9/11 हमले: 2001 में अमेरिका में हुए हमलों में चार यातायात विमानों को हिजैक किया गया था, जिसमें दो को न्यूयॉर्क की विश्व व्यापार केंद्र में टकराया गया और एक को पेंटागन में। इस हमले में 3,000 से अधिक लोग मारे गए। अल-कायदा और ओसामा बिन लादेन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।
  2. अमेरिकी दूतावास हमले: 1998 में तंज़ानिया और केन्या में अमेरिकी दूतावासों पर हुए बम हमलों में 200 से अधिक लोग मारे गए थे।
  3. USS Cole हमला: 2000 में यमन में USS Cole नामक अमेरिकी नौसेना की जहाज पर हमला हुआ था जिसमें 17 सैनिक शहीद हुए थे।
  4. वहाबियत और जिहादी विचारधारा: ओसामा अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के खिलाफ जिहादी विचारधारा का प्रचार-प्रसार करता था। उसका मानना था कि मुस्लिम दुनिया पर वेस्टर्न देशों का शासन है और उसे तोड़ना चाहिए।

इन सभी हमलों और उसकी विचारधारा के कारण वह अमेरिकी अधिकारियों द्वारा सबसे वांछित अभियुक्त माना जाता था। अमेरिका ने उस पर मिलनसर आरोप लगाया और उसे पकड़ने के लिए अनेक प्रयास किए।

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उसकी प्रतिस्थिति

ओसामा बिन लादेन की प्रतिस्थिति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकी संगठन अल-कायदा के संस्थापक और प्रमुख के रूप में थी। उसकी नेतृत्व शैली और उसके विचारधारा के कारण वह विश्व के अनेक देशों में वांछित था।

  1. अल-कायदा की स्थापना: ओसामा बिन लादेन ने 1988 में अल-कायदा की स्थापना की। इसका मुख्य उद्देश्य वेस्टर्न शक्तियों के प्रभाव को मुस्लिम जगत से दूर करना था।
  2. प्रमुख हमले: अल-कायदा ने 9/11 हमले की जिम्मेदारी ली थी जिसमें अमेरिका की विश्व व्यापार केंद्र पर हमला किया गया। इसके अलावा, उसने 1998 में अमेरिकी दूतावासों पर और 2000 में USS Cole पर हमले की जिम्मेदारी भी ली थी।
  3. इनाम की राशि: अमेरिकी सरकार ने ओसामा बिन लादेन को पकड़ने के लिए 25 मिलियन डॉलर का इनाम रखा था। इसके साथ ही, उस पर अमेरिका द्वारा विश्वव्यापी शिकारत में लगाई गई थी।

यह प्रतिस्थिति ओसामा बिन लादेन को आतंकवाद की दुनिया में एक महत्वपूर्ण और प्रभावशाली चेहरा बनाती थी। उसके विचार और क्रियावली ने अनेक लोगों को प्रेरित किया, जबकि दुनिया भर में अनेक सरकारें उसे पकड़ने के लिए उत्सुक थीं।

ओपरेशन नेप्ट्यून स्पियर क्या था?

अमेरिकी सरकार ने बिन लादेन को पकड़ने या मारने का प्लान बनाया था, जिसे “ओपरेशन नेप्ट्यून स्पियर” के नाम से जाना जाता है। इस मिशन की तैयारी में अमेरिका की सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA) और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने महीनों तक काम किया।

ओपरेशन को अंजाम देने के लिए अमेरिका की नेवी सील्स टीम 6 को चुना गया। यह टीम पहले ही कई सफल मिशनों का अंजाम दे चुकी थी और इसे इस मिशन के लिए विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया गया था।

2 मै, 2011 को, ओपरेशन नेप्ट्यून स्पियर का अंजाम दिया गया। नेवी सील्स टीम 6 ने पाकिस्तान के अब्बोटाबाद शहर में बिन लादेन के घर पर रेड किया। ओसामा बिन लादेन इस ओपरेशन में मारा गया और उसकी मौत की पुष्टि अमेरिकी प्रधानमंत्री बाराक ओबामा द्वारा की गई थी।

ओपरेशन के दौरान अनेक घटनाएं हुईं। टीम ने बिन लादेन के घर को घेर लिया और उसमें छिपे हुए आतंकवादियों से मुकाबला किया। ओसामा की मौत के बाद उसके शरीर को अमेरिकी हेलीकॉप्टर में ले जाया गया और उसे समुद्र में विसर्जित किया गया।

ओपरेशन नेप्ट्यून स्पियर अमेरिका के लिए एक महत्वपूर्ण मिशन था, जिसने ओसामा बिन लादेन जैसे विश्व के सबसे बड़े आतंकवादी को अंत किया।

ओसामा बिन लादेन की मौत की पूरी कहानी हिंदी में

जब बात हो वैश्विक आतंकवाद की, तो ओसामा बिन लादेन का नाम सबसे पहले आता है। वह अल-कायदा के संस्थापक और संचालक थे, और उनके नेतृत्व में आतंकवादी हमले, जैसे 9/11, हुए थे। इसके परिणामस्वरूप, उसे अमेरिका ने वैश्विक आतंकवाद में सबसे बड़ा खतरा मान लिया था। लेकिन, यह कैसे हुआ कि इस महान आतंकी को अखिरकार पकड़ लिया गया और उसकी मौत की घटना हुई? आइए, हम आपको ओसामा बिन लादेन की मौत की पूरी कहानी हिंदी में सुनाते हैं।

दिनांक था 2 मै, 2011। ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान के अब्बोटाबाद नामक नगर में अपने आलिशान घर में था। वहाँ, अमेरिकी नेवी सील्स की टीम 6 ने उसके घर पर रेड किया। उन्होंने घर के आस-पास का क्षेत्र घेर लिया और अंदर छिपे हुए आतंकवादियों से संघर्ष किया। इस संघर्ष के दौरान, ओसामा बिन लादेन को मार दिया गया।

ओसामा बिन लादेन: कैसे अमेरिका ने दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादी को पकड़ा?
ओसामा बिन लादेन: कैसे अमेरिका ने दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादी को पकड़ा?

अमेरिका के राष्ट्रपति बाराक ओबामा ने तत्काल ही यह सूचना जारी की कि ओसामा बिन लादेन अब नहीं रहे। उसकी मौत के बाद अनेक विवाद उत्थित हुए। उसके शरीर को समुद्र में विसर्जित कर दिया गया था, जिससे अनेक लोग असहमत थे। उसकी मौत की तस्वीरें जारी नहीं की गई थीं, जिससे कई संदेह उत्थित हुए कि क्या वास्तव में ओसामा की मौत हुई थी या नहीं।

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ओसामा बिन लादेन की मौत की पूरी कहानी न केवल अमेरिका और पाकिस्तान के बीच संबंधों पर प्रकाश डालती है, बल्कि वैश्विक आतंकवाद और उससे निपटने की संघर्षशील प्रक्रिया पर भी।

ओसामा बिन लादेन को कहां दफनाया गया

ओसामा बिन लादेन को दफनाने का तरीका भी उसकी मौत की तरह ही विवादित रहा। उसकी मौत के बाद, अमेरिकी प्रशासन ने घोषित किया कि उन्होंने ओसामा बिन लादेन के शरीर को समुद्र में विसर्जित कर दिया। इसका मुख्य कारण यह था कि अगर उसे किसी विशेष स्थल पर दफनाया जाता, तो वह स्थल आतंकवादियों के लिए एक पूजा का स्थल बन सकता था।

उसके शरीर को अरब सागर में विसर्जित किया गया, और इस प्रक्रिया को इस्लामिक अनुष्ठानिक रिवाजों के अनुसार किया गया था। इसका मतलब था कि उसका शरीर पहले धोया गया, फिर कफ़न में लपेटा गया, और फिर समुद्र में डाला गया। इस विसर्जन की प्रक्रिया में सख्ती से रहस्य बनाए रखने का प्रयास किया गया था।

परंतु कुछ रिपोर्टों के अनुसार, ओसामा को अब्बोत्ताबाद में स्थित एक सैन्य अस्पताल में दफनाया गया था। वहां उसका इस्लामिक रीति-रिवाज से दफन किया गया। लेकिन उसकी कब्र की जगह को गोपनीय रखा गया ताकि वह जिहादियों के लिए एक तीर्थस्थल न बन जाए।

ओसामा बिन लादेन की कितनी पत्नी थी

ओसामा बिन लादेन की कुल मिलाकर पाँच पत्नियाँ थीं:

  1. नजवा घनेम
  2. खादिजा शरीफ
  3. खैरिया सेबर
  4. सिहम सबर
  5. अमला अल-सदाह

उनकी पहली शादी 17 साल की उम्र में नजवा घनेम से हुई थी. उनकी दूसरी शादी 23 साल की उम्र में खादिजा शरीफ से हुई थी. उनकी तीसरी शादी 25 साल की उम्र में खैरिया सेबर से हुई थी. उनकी चौथी शादी 30 साल की उम्र में सिहम सबर से हुई थी. उनकी पांचवीं और आखिरी शादी 43 साल की उम्र में अमला अल-सदाह से हुई थी.

उनकी पहली चार पत्नियों से उनके 20 बच्चे थे, जिनमें से 15 लड़के और 5 लड़कियां थीं. उनकी पांचवीं पत्नी अमला अल-सदाह से उनके एक बेटा था, जिसका नाम हुसैन था.

लादेन की सबसे छोटी पत्नी अमला अल-सदाह उस समय उनके साथ थीं जब अमेरिकी सैनिकों ने उन्हें मार डाला था.

ओसामा बिन लादेन कैसे मरा

2 मई 2011 को पाकिस्तान के अब्बोताबाद में अमेरिकी सैन्य कमांडो दल ने ओसामा बिन लादेन पर रेड की। इस ऑपरेशन में सीआईए और अमेरिकी नौसेना के सील टीम 6 के सदस्य शामिल थे। 40 मिनट तक चले इस एनकाउंटर में ओसामा को गोली मारकर मार गिराया गया। ओसामा को दो गोलियाँ लगीं, एक सीने में और एक दाएँ आँख के ऊपर। इसके बाद अमेरिकियों ने उसका शव समुद्र में फेंक दिया ताकि कोई भी कब्र न बना सके। इस प्रकार सीआईए के अभियान में ओसामा बिन लादेन की मौत हो गई थी।

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ओसामा बिन लादेन को किसने मारा

आतंकवादी संगठन अल-कायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन को 2 मई, 2011 को पाकिस्तान के एबटाबाद में अमेरिकी नौसेना सील टीम 6 द्वारा किए गए एक गुप्त ऑपरेशन में मार दिया गया था। यह ऑपरेशन, कोड नाम ऑपरेशन नेप्च्यून स्पीयर, लगभग चला। 40 मिनट। सील टीम के साथ गोलीबारी के दौरान बिन लादेन को दो बार गोली मारी गई – एक बार छाती में और एक बार उसकी बाईं आंख के ऊपर। मारे जाने के बाद, उनके शव को अमेरिकी सेना ले गई और उनकी कब्रगाह को चरमपंथी तीर्थस्थल बनने से रोकने के लिए समुद्र में दफना दिया गया। बिन लादेन की हत्या अल-कायदा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका के लिए एक बड़ी जीत थी।

प्रश्नोत्तर (FAQs):

  1. प्रश्न: ओसामा बिन लादेन क्यों अमेरिका के शीर्ष वांछित आतंकवादी बने थे? उत्तर: ओसामा बिन लादेन अमेरिका के शीर्ष वांछित आतंकवादी बने थे क्योंकि उसके नेतृत्व में अल-कायदा संगठन ने 2001 में 9/11 पर हमला किया था, जिसमें हजारों लोग मारे गए थे।
  2. प्रश्न: ओसामा बिन लादेन की मौत की पुष्टि कैसे हुई? उत्तर: ओसामा बिन लादेन की मौत की पुष्टि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने टेलीविजन पर संबोधन करते हुए की थी।
  3. प्रश्न: बिन लादेन का शव कहाँ दफनाया गया था? उत्तर: बिन लादेन का शव अरब सागर में डूबो दिया गया था, ताकि किसी भी प्रकार का धार्मिक स्थल न बने।
  4. प्रश्न: ओसामा बिन लादेन की कितनी पत्नियाँ थीं? उत्तर: ओसामा बिन लादेन की कुल पांच पत्नियाँ थीं।

निष्कर्ष (Conclusion):

ओसामा बिन लादेन की मौत अंतरराष्ट्रीय राजनीति और सुरक्षा पर एक महत्वपूर्ण प्रभाव डालने वाली घटना थी। उसके मरने से आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका की संघर्ष शक्ति में वृद्धि हुई, हालांकि उसकी मौत आतंकवाद को समाप्त नहीं कर सकी। इस घटना के माध्यम से हमें यह सीखने को मिलता है कि आतंकवाद का समाधान सिर्फ एक आतंकवादी को मार कर नहीं हो सकता, बल्कि इसके जड़ों को समझकर ही उससे निपटा जा सकता है।

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Abhijit Chetia
अभिजीत चेतिया Hindimedium.net के संस्थापक हैं। उन्हें लेखन और ब्लॉगिंग करना बहुत पसंद है, विशेष रूप से व्यवसाय, तकनीक और मनोरंजन पर। वे एक वर्चुअल असिस्टेंट टीम का भी प्रबंधन करते हैं। फाइवर पर एक टॉप सेलर भी हैं। अभिजीत ने हिंदीमीडियम.नेट की स्थापना अपने लेखन और विचारों को एक प्लेटफॉर्म देने के लिए की थी। वे एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व के साथ अपनी टीम का नेतृत्व करते हुए हिंदी ब्लॉगोस्फीयर को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। www.linkedin.com/in/abhijitchetia

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