World Athletics Championship 2023 LIVE Updates: नीरज चोपड़ा, भारतीय रिले टीम, और पारुल चौधरी पर सबकी नजरें

मुख्य बिंदुएं:

  • ओलिंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा को मिलेगा अपने पहले विश्व खिताब की ओर बढ़ने का मौका।
  • भारतीय रिले टीम और पारुल चौधरी भी मेडल की दौड़ में हैं।

आज वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2023 का आखिरी दिन है, और इस दिन भारत के कई मेडल उम्मीदवार हैं। ओलिंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा अपने पहले विश्व खिताब की ओर बढ़ने का मौका पाएंगे।

नीरज चोपड़ा के अलावा, भारतीय मेन्स 4x400m रिले टीम, जिसमें मुहम्मद अनस याहिया, अमोज जैकब, मुहम्मद अजमल, और राजेश रमेश हैं, मेडल की ओर अग्रसर हैं। इसके साथ ही 3000m स्टीपलचेज में प्रतियोगिता करने वाली पारुल चौधरी भी मेडल की उम्मीद से जुड़ी हैं।

“हम सबकी नजरें नीरज, रिले टीम, और पारुल पर हैं। ये तीनों ही इवेंट्स भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं और हम उम्मीद करते हैं कि इनमें से किसी एक में भी अगर मेडल आया, तो यह भारतीय एथलेटिक्स के लिए एक नया अध्याय होगा,” एक खेल विशेषज्ञ ने कहा।

इस बड़े टिकट इवेंट का समापन आज होगा, और इसमें भारत की प्रतिष्ठा का सवाल है। चाहे वो नीरज चोपड़ा का जैवलिन थ्रो हो, या मेन्स 4x400m रिले टीम, या 3000m स्टीपलचेज में पारुल चौधरी, हर किसी की आंखें भारतीय खिलाड़ियों पर हैं।

सम्पूर्ण कार्यक्रम का विवरण:

  • जैवलिन फाइनल: नीरज चोपड़ा, डीपी मनु, किशोर जेना (11:45 PM IST) (27th August)
  • स्टीपलचेज फाइनल: पारुल चौधरी (12:35 AM IST) (28th August)
  • भारतीय मेन्स 4x400m रिले टीम: मुहम्मद अनस याहिया, अमोज जैकब, मुहम्मद अजमल, और राजेश रमेश (1:07 AM IST) (28th August)

इन सम्पूर्ण इवेंट्स का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। नीरज चोपड़ा के जैवलिन थ्रो और भारतीय मेन्स 4x400m रिले टीम की प्रतिष्ठा पहले ही साबित है, और अब पारुल चौधरी का भी मौका है अपने नाम का जलवा बिखाने का।

READ  Bawaal Movie Review: एक दिल छू लेने वाली प्रेम कहानी

यह सब इवेंट्स भारतीय समयानुसार रात के समय में होंगे, लेकिन भारतीय दर्शकों की उम्मीदें और जोश दिन में भी कम नहीं होंगे। सोशल मीडिया पर भी #TeamIndia के लिए जोश और समर्थन देखने को मिल रहा है।

Leave a Comment

Team india’s top 10 highest odi totals are a reflection of the team’s dominance in the format over the years. As arun govil wasn’t required to play the kind of gods one sees in devotional hindi films, there weren’t much challenges. E il testimone conte lo accusa in aula – wonder.