15 अगस्त को क्या हुआ था? – 15 अगस्त इतिहास में इस दिन क्या हुआ था?

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जबकि पूरा भारत 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाने में व्यस्त रहता है, क्या आपने कभी सोचा है कि वास्तव में 15 अगस्त को क्या हुआ था? 15 अगस्त को क्या हुआ था? यह तारीख सिर्फ भारत के लिए ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हुई है।

15 अगस्त को क्या हुआ था, इसके बारे में जानना दिलचस्प हो सकता है। चलिए हम जानते हैं कि विश्व इतिहास में 15 अगस्त को क्या-क्या भूले बिसरे पल घटित हुए हैं। 15 अगस्त को क्या हुआ था, इसमें शामिल है बाइज़ेंटाइन साम्राज्य का पतन, मेफ्लावर का यात्रा प्रारम्भ, चीन में बॉक्सर विद्रोह, भारत की आजादी और अफगानिस्तान में तालिबान का उदय।

आइए एक नज़र डालते हैं 15 अगस्त को क्या हुआ था पर।

15 अगस्त – विश्व इतिहास में एक महत्वपूर्ण तिथि – 15 अगस्त को क्या हुआ था?

15 अगस्त की तारीख विश्व इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं को देखी है। 1461 में, तुर्क सुल्तान महमूद द्वितीय के सैनिकों ने बाइज़ेंटाइन साम्राज्य के आख़िरी अवशेष ट्रेबिज़ोंड साम्राज्य पर कब्ज़ा कर लिया था। इसके साथ ही पूर्वी रोमन साम्राज्य का अंतिम भाग भी ध्वस्त हो गया। 1620 में, मेफ्लावर नामक जहाज इंग्लैंड के साउथहैम्पटन से 102 पिल्ग्रिम्स के साथ अमेरिका की ओर प्रस्थान किया। 19वीं सदी के उत्तरार्ध में चीन में बॉक्सर विद्रोह ने भी 15 अगस्त को चीन के सम्राट सहित शाही परिवार और नौकरशाहों को भागने पर मजबूर कर दिया था, जबकि विदेशी सैनिक बेजिंग में घुस आए थे।

भारत के लिए 15 अगस्त का दिन बेहद ख़ास है। 1947 में आजादी से पहले भारत ब्रिटिश राज के अधीन था। 15 अगस्त, 1947 को भारत अंग्रेज़ों से आजाद हुआ और देश को फिर से एक स्वतंत्र राष्ट्र बनाया गया। यह दिन भारत के लिए स्वाधीनता दिवस के रूप में मनाया जाता है। 1998 में उत्तरी आयरलैंड के ओमाघ में हुए बम धमाके ने 15 अगस्त को 29 लोगों की जान ले ली थी और 220 से अधिक लोग घायल हुए थे। यह ‘द ट्रबल्स’ नामक आयरलैंड के गृहयुद्ध की सबसे भयावह घटना थी।

अफगानिस्तान में, तालिबान के काबुल पर कब्ज़ा करने के बाद 15 अगस्त 2021 को अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए थे। इस तरह 15 अगस्त की तारीख विश्व इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं को देखी है।

भारत के लिहाज से तो यह तारीख हमारे लिए स्वतंत्रता दिवस के रूप में सबसे अहम है। 15 अगस्त, 1947 को भारत को आजादी मिली थी ब्रिटिश शासन से। यह दिन हमारे राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है। पूरे देश में इस दिन तिरंगा फहराकर, भाषणों और समारोहों के माध्यम से स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी जाती है।

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लेकिन 15 अगस्त विश्व इतिहास में भी एक अहम तिथि है जिसने कई महत्वपूर्ण घटनाओं को देखा है। चाहे वो बाइज़ेंटाइन साम्राज्य का पतन हो, मेफ्लावर का प्रस्थान हो, चीन में बॉक्सर विद्रोह हो या अफगानिस्तान में तालिबान का उदय, 15 अगस्त ने इतिहास के कई मोड़ देखे हैं। यह तारीख विश्व इतिहास के लिए भी एक मील का पत्थर साबित हुई है।

1461 में, तुर्क सुल्तान महमूद द्वितीय ने बाइज़ेंटाइन साम्राज्य के आख़िरी बचे हुए हिस्से ट्रेबिज़ोंड साम्राज्य पर आक्रमण किया

1461 में, तुर्क सुल्तान महमूद द्वितीय ने बाइज़ेंटाइन साम्राज्य के आख़िरी बचे हुए हिस्से ट्रेबिज़ोंड साम्राज्य पर आक्रमण किया। बाइज़ेंटाइन साम्राज्य पूर्वी रोमन साम्राज्य का एक हिस्सा था जिसने लगभग 1000 साल तक चला। लेकिन 15वीं सदी में तुर्कों के उदय ने इसे कमजोर कर दिया।

महमूद द्वितीय ने सैन्य अभियान के तहत 15 अगस्त 1461 को ट्रेबिज़ोंड की राजधानी पर कब्ज़ा कर लिया। ट्रेबिज़ोंड का शासक डेविड बंदी बना लिया गया और बाद में उसकी हत्या कर दी गई। ट्रेबिज़ोंड साम्राज्य के पतन के साथ ही पूर्वी रोमन साम्राज्य के 1000 साल पुराने इतिहास का अंत हो गया। यह बाइज़ेंटाइन सभ्यता का अंत था।

इस प्रकार 15 अगस्त 1461 एक ऐतिहासिक दिन था जिसने पूर्वी रोमन साम्राज्य के अंतिम अवशेष का सफाया करके इतिहास का नया दौर शुरू किया।

1620 में, मेफ्लावर नामक जहाज इंग्लैंड के साउथहैम्पटन से 102 पिल्ग्रिम्स के साथ अमेरिका की ओर प्रस्थान किया।

1620 में, इंग्लैंड के साउथहैम्पटन बंदरगाह से मेफ्लावर नामक एक जहाज ने अमेरिका की ओर कूच किया। इस जहाज पर 102 पिल्ग्रिम्स यानि तीर्थयात्री सवार थे।

ये पिल्ग्रिम्स इंग्लैंड के एक समूह थे जो धार्मिक स्वतंत्रता की तलाश में अमेरिका जा रहे थे। इन्हें इंग्लैंड के चर्च द्वारा उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा था।

ऐतिहासिक रूप से 15 अगस्त 1620 को ही मेफ्लावर ने प्लिमुथ के लिए इंग्लैंड से प्रस्थान किया था। इस यात्रा ने आगे चलकर उत्तरी अमेरिका में बसने वाले पहले अंग्रेज़ बस्ती की नींव रखी।

यह मेफ्लावर की ऐतिहासिक यात्रा अमेरिका के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई।

19वीं सदी में चीन में बॉक्सर विद्रोह के दौरान 15 अगस्त 1900 को चीन के सम्राट, उनके परिवार और दरबारियों को भागना पड़ा था।

19वीं सदी के आखिर में चीन में बॉक्सर विद्रोह नामक एक आंदोलन शुरू हुआ था। इसके पीछे मुख्य कारण विदेशियों और ईसाई मिशनरियों के बढ़ते प्रभाव का विरोध था।

15 अगस्त 1900 को बॉक्सरों ने बेजिंग पर हमला कर दिया और शहर पर कब्ज़ा कर लिया। इस खतरे से बचने के लिए चीन के सम्राट गुआंगसु और उनका परिवार भाग खड़ा हुआ।

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उनके साथ दरबार के कई दरबारी, राजनयिक और विदेशी नागरिक भी सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर गए। चीन की राजधानी बेजिंग पर बॉक्सर विद्रोहियों के कब्जे का यह पहला मौका था।

इस प्रकार 15 अगस्त 1900 चीन के इतिहास में एक अहम तिथि बन गई।

1947 में भारत ने 15 अगस्त को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता हासिल की।

15 अगस्त 1947 भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखी गई तारीख है। इस दिन रात 12 बजे भारत ने ब्रिटिश शासन से आज़ादी हासिल कर ली थी।

लगभग 200 साल तक चले ब्रिटिश राज के ख़िलाफ़ भारत में स्वतंत्रता संग्राम छिड़ा था। महात्मा गांधी के नेतृत्व में अहिंसक सत्याग्रह के ज़रिए यह आंदोलन चला।

1947 में अंत में ब्रिटेन को भारत छोड़ना पड़ा और 15 अगस्त को भारत स्वतंत्र हो गया। यह दिन भारत को गुलामी की जंजीरों से मुक्ति दिलाने के लिए एक ऐतिहासिक दिन था।

1998 में उत्तरी आयरलैंड के ओमाघ शहर में एक बम विस्फोट में 15 अगस्त को 29 लोगों की मृत्यु हो गई और 220 से ज्यादा घायल हुए।

15 अगस्त 1998 को उत्तरी आयरलैंड के ओमाघ शहर में एक भीषण बम धमाका हुआ था। आयरलैंड रिपब्लिकन आर्मी (आईआरए) नामक एक आतंकवादी संगठन ने इस बम धमाके की ज़िम्मेदारी ली थी।

शहर के केंद्र में विस्फोटकों से भरी एक कार को उड़ा दिया गया। इस धमाके में 29 लोगों की मृत्यु हो गई और 220 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

यह ‘द ट्रबल्स’ नामक उत्तरी आयरलैंड के सबसे खूनी संघर्ष का हिस्सा था। ओमाघ बम धमाका उत्तरी आयरलैंड के इतिहास में सबसे भीषण आतंकवादी हमलों में से एक था।

2021 में 15 अगस्त को अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी तालिबान से बचने के लिए देश छोड़कर भाग गए।

15 अगस्त 2021 को अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान का कब्जा हो गया। 20 साल पुराने अमेरिकी सैन्य अभियान के बाद तालिबान ने अफगान सेना पर विजय प्राप्त की।

इसके बाद अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने तालिबान से बचने के लिए देश छोड़ दिया। उन्होंने ताजिकिस्तान की ओर भागने की कोशिश की लेकिन अंत में संयुक्त अरब अमीरात में शरण ली।

इस तरह 15 अगस्त 2021 को अफगानिस्तान में तालिबान के हाथों सत्ता पलट हुआ और देश में एक नया युग शुरू हुआ।

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15 अगस्त को किसका जन्मदिन है:

15 अगस्त को जन्मे कुछ प्रसिद्ध हस्तियों में शामिल हैं:

जेनिफर लॉरेंस – 15 अगस्त 1990 को जन्मी जेनिफर लॉरेंस एक प्रसिद्ध अमेरिकी फ़िल्म अभिनेत्री हैं। उन्होंने ‘हंगर गेम्स’ और ‘सिल्वर लाइनिंग्स प्लेबुक’ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में काम किया है। 32 साल की उम्र में वह हॉलीवुड की सबसे सफल अभिनेत्रियों में से एक हैं।

जो जोनस – 15 अगस्त 1989 को जन्मे जो जोनस एक अमेरिकी संगीतकार और गायक हैं। जोनास ब्रदर्स बैंड के लीड सिंगर के रूप में लोकप्रिय हुए। 33 साल की उम्र में वह सोलो संगीतकार के रूप में भी सफलता हासिल कर रहे हैं।

आदनान सामी – 15 अगस्त 1971 को जन्मे आदनान सामी एक भारतीय गायक, संगीतकार और पियानोवादक हैं। उनका जन्म पाकिस्तान में हुआ था लेकिन बाद में उन्होंने भारतीय नागरिकता ग्रहण की।

आदनान सामी ने कई भाषाओं में गाने गाए हैं जिसमें हिंदी, उर्दू, पंजाबी और अंग्रेजी शामिल है। उनके कुछ हिट गानों में ‘लift करा दे’, ‘कभी तो नज़ारा मिले’ और ‘तेरा चेहरा’ प्रमुख हैं।

51 वर्ष की उम्र में वह भारत के सबसे प्रतिभाशाली संगीतकारों में से एक हैं।

निष्कर्ष

इस प्रकार हम देख सकते हैं कि 15 अगस्त विश्व इतिहास में एक महत्वपूर्ण तिथि रही है। 15 अगस्त को क्या हुआ था, इसमें शामिल है बाइज़ेंटाइन साम्राज्य का पतन, मेफ्लावर की यात्रा, चीन में बॉक्सर विद्रोह, भारत की आजादी, ओमाघ बम धमाका और अफगानिस्तान में तालिबान का उदय।

इस तारीख ने विश्व इतिहास का नया रुख बदला है। 15 अगस्त को क्या हुआ था, ये घटनाएँ मानव इतिहास के महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुईं। भले ही यह तारीख भारत के लिए स्वतंत्रता दिवस के रूप में सबसे प्रिय है, परंतु विश्व भर में इसने इतिहास रचा है।

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Abhijit Chetia
अभिजीत चेतिया Hindimedium.net के संस्थापक हैं। उन्हें लेखन और ब्लॉगिंग करना बहुत पसंद है, विशेष रूप से व्यवसाय, तकनीक और मनोरंजन पर। वे एक वर्चुअल असिस्टेंट टीम का भी प्रबंधन करते हैं। फाइवर पर एक टॉप सेलर भी हैं। अभिजीत ने हिंदीमीडियम.नेट की स्थापना अपने लेखन और विचारों को एक प्लेटफॉर्म देने के लिए की थी। वे एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व के साथ अपनी टीम का नेतृत्व करते हुए हिंदी ब्लॉगोस्फीयर को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। www.linkedin.com/in/abhijitchetia

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